दिल तुझे हंसी नही आती
दिल तुझे हंसी नही आती
न जाने कितनी नादानियाँ की है तूने
न जाने कितनी परेशानियाँ मोल ली है तूने
न जाने कैसी-कैसी बातों को खुद पर लिया है तूने
न जाने कैसे-कैसे लोगों पर ऐतबार किया है तूने
न जाने कैसे-कैसों का आसरा बनाया खुद को तूने
न जाने किन-किन बातों के लिए आँखें भिगोई है तूने
सोच कर उन सब दिनों के अफशानों को,
याद कर उन सब पुरानी किस्से कहानियों को
ऐ दिल! सच सच बता,
तुझे हंसी नही आती है..!!?
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