बच्चे और माता-पिता
हम सभी जानते हैं कि एक ऐसा दिन भी हमारी जिंदगी में आता है जब हमारे बच्चे तक हमारा साथ छोड़ देते हैं, इस कड़वी सच्चाई से हम सभी वाकिफ हैं,
जीवन के एक मोड़ पर हमारे बच्चे हमारा साथ छोड़ देते हैं और यहां तक कि हमें बहुत बुरे दिन भी देखने पड़ते हैं .
फिर भी ईश्वर के बनाए हुए एक ऐसी स्नेह की डोर है, प्रेम की धागा है जो कि हमें बांधे रखती हैं अपने बच्चों से.
और सारी सच्चाई जानते हुए भी हम जो भी कुछ करते हैं अपने बच्चों की भलाई के लिए करते हैं, उनके अच्छे भविष्य के लिए करते हैं, बिल्कुल ही निस्वार्थ भावना से करते हैं,
कुछ पाने की उम्मीद न होते हुए भी हम अपना सब कुछ उन पर न्योछावर करते हैं,
तन मन धन से उनके लिए समर्पित होते हैं.
जानती हूँ मैं सारे बच्चे एक जैसे नहीं होते, कुछ बच्चे ऐसे भी विरले होते हैं जिनके लिए माता-पिता ही सब कुछ होते हैं.
पर क्या सारे माता-पिता ऐसे खुशनसीब होते हैं..??
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