मुझे अच्छा लगता है.


 सुनो न,

अच्छा लगता है मुझे तुममें ही खोये रहना,

खुद ही खुद में तुम्हे सोच कर मुस्कुराना,

हर पल, हर लम्हा बस तुम्हे ही सोचना,

आईने में खुद को निहारते तुम्हारी बाते करना,

तुम्हारे प्यार के रंग में खुद को रंगना,

तुम्हारे ख्यालों में, ख्वाबों में खोये रहना

तुम्हे सोच कर हंसना, तुम्हे सोच कर आँसु बहाना,

तुम्हारे शबनमी एहसास को शब्दों में पिरोना,

तुम्हारे न होने पर भी खुद को तुम्हारे साथ महसुस करना,

तुम्हारे लिए ही सजना और संवरना,

क्या ये ही इश्क है..?

अगर हाँ तो..... सच है ये कि मुझे तुमसे इश्क है,

बेपनाह, बेइन्तहा, बेहिसाब, बेसबब इश्क है..!!

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