हिन्दी दिवस
जितनी सहज सरल है उतनी ही सुहानी है
ये हिंदी है, इसकी तो बातें ही निराली है
धारा-प्रवाह कहानी, काव्य, नाटक
छंद और रस सारे इसमें ही तो हैं बसे,
हमारी सभ्यता और संस्कृति,
कलिका सारे रस के इसमें ही समाई है..
इसके वाचन-श्रवण के माधुर्य अलौकिक है
स्वयं के आवरण में समेटे व्याकरण को
सर्वोपरी इसके कौशल हैं...!!
विश्व में हमारी शान का मानक भी यही है,
सिर्फ एक भाषा ही नही, संपूर्णता की पहचान है,
हम धन्य हैं, हिंदी हमारी मातृभाषा है।
हिंदी दिवस की ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएँ 💐💐🙏

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